PAHAAD NEWS TEAM

सिने अभिनेता सोनू सूद, जिन्होंने कोरोनाकाल में हर तरह से जरूरतमंदों की मदद की, अब चमोली आपदा के परिवार का सहारा बन गए हैं। उन्होंने टिहरी जिले में दोगी पट्टी के एक पीड़ित परिवार की चार बेटियों को गोद लिया है। आपदा ने इन बच्चों के सिर से पिता का साया छीन लिया है। सिने अभिनेता की टीम ने पीड़ित के परिवार की मदद के लिए हाथ बढ़ाने की पुष्टि की।

7 फरवरी को चमोली जिले के तपोवन क्षेत्र में हैंगिंग ग्लेशियर टूटने के बाद आई आपदा में जान-माल का भारी नुकसान हुआ है । नदियों के उफान और मलबे के साथ लापता हुए 204 लोगों में से अधिकांश तपोवन क्षेत्र में स्थापित ऋषिगंगा और विष्णुगाड जलविद्युत परियोजना में काम करने वाले थे। इनमें 61 शव मिले, बाकी की तलाश जारी है। इस आपदा ने कई परिवारों को गहरे जख्म दे गई । उनमें से एक टिहरी जिले के दोगी पट्टी के लॉयल गांव के निवासी आलम सिंह पुंडीर का परिवार है।

45 वर्षीय आलम सिंह विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना से जुड़े ऋत्विक कंपनी में इलेक्ट्रीशियन के पद पर काम कर रहे थे। जल प्रलय के दिन, आलम सिंह परियोजना की सुरंग के भीतर काम करने गए, लेकिन उसके बाद वापस नहीं लौटे। आठ दिन बाद, जब उसका शव मलबे में दबा मिला, मानो परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। एकमात्र कमाने वाले सदस्य की असामयिक मृत्यु ने उसकी पत्नी और चार मासूम बच्चों आँचल (14), अंतरा (11), काजल (08) और दो वर्षीय अनन्या पर जिम्मेदारी का बोझ डाल दिया। घटना के बाद से, शोकाकुल परिवार भविष्य में इस चिंता में डूब रहा है कि इस बीच, सिने अभिनेता एक दूत के रूप में आगे आए हैं।

सूत्रों के अनुसार, सिने अभिनेता सोनू सूद ने दिवंगत आलम सिंह के चार बच्चों को गोद लेने का खर्च उनकी शिक्षा और शादी तक वहन करने का आश्वासन दिया है। मुंबई में सिने अभिनेताओं की टीम ने चार बच्चों को गोद लेने की पुष्टि की। इधर, ग्राम पंचायत बवाणी के पूर्व प्रधान हुकुम सिंह भंडारी ने कहा कि यह जानकारी सिने अभिनेता के दोस्तों के हवाले से दी गई थी। हालांकि, परिवार इसके बारे में कुछ भी कहने में असमर्थ है। इस बीच, कुछ सामाजिक संगठनों ने भी परिवार की स्थिति को देखते हुए मदद का आश्वासन दिया है।