लोहारी, PAHAAD NEWS TEAM

ब्यासी बांध जलविधुत परियोजना से पुर्ण रूप से प्रभावित एक मात्र जनजातीय राजस्व गांव लोहारी के काश्तकारों का धरना प्रदर्शन आज दिनांक 18-08-2021 को भी लगातार 75वें दिन भी जारी रहा जिसमें लोहारी के काश्तकारों द्वारा प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपना आक्रोश व्यक्त किया गया।

लोहारी के काश्तकारों का कहना है कि वर्तमान प्रदेश सरकार जब प्रदेश में निर्मित विभिन्न जलविधुत परियोजनाओं से प्रभावित विस्थापितों को भूमि आवंटित कर सकती है तो लोहारी के विस्थापितों को भूमि आवंटित करने में क्या परेशानी है,लोहारी के विस्थापितों ने भी प्रदेश हित में अपना सब कुछ न्यौछावर करते हुए प्रदेश की प्रगति के लिए अपना बहुमुल्य योगदान दिया है,इस बहुमुल्य योगदान हेतु लोहारी के विस्थापितों  को उनके अधिकारों से वंचित रखना प्रदेश सरकार की दोहरी नीति व दोहरे मापदंड को प्रदर्शित करता है।

ब्यासी बांध से विस्थापित लोहारी के काश्तकारों ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने 3 जनवरी 2017 को अपनी कैबिनेट में रेशम विभाग की भूमि सम्बन्धी प्रस्ताव पारित किया था उस प्रस्ताव को वर्तमान सरकार द्वारा 14 जुलाई 2021 को निरस्त कर दिया गया,ग्रामीणों की मांग है कि बांध विस्थापितों के हितों को ध्यान में रखते हुए वर्तमान प्रदेश सरकार उस प्रस्ताव को पुनः कैबिनेट में लाकर उसे बहाल करे जिससे प्रभावितों को उनके हित प्राप्त हो सकें।

लोहारी के ग्रामीणों की माँग है कि वर्तमान सरकार जब तक 3 जनवरी 2017 के कैबिनेट में पारित प्रस्ताव(मद संख्या-35) को दुबारा कैबिनेट में लाकर बहाल नहीं कर देती तब तक आंदोलन अनवरत जारी रहेगा।

धरना प्रदर्शन में श्री मंगल सिंह्,दिनेश तोमर,नरेश चौहान,दिनेश चौहान,संदीप तोमर,टीकम सिंह,विजय चौहान,संजय चौहान,सुरेंद्र तोमर,गजेन्द्र चौहान,महेश तोमर,पूरण वर्मा,पूरण थापा,श्रीमति चंदा चौहान,ब्रह्मी देवी,अदिति तोमर,अनिता देवी,रेखा चौहान्,सरिता चौहान,प्रमिला चौहान,बिजमा देवी,उषा तोमर,रेखा वर्मा आदि उपस्थित रहे।