हल्द्वानी , PAHAAD NEWS TEAM

कक्षा छह से ऊपर की कक्षाएं खोले एक माह बीत चुका है. कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए स्कूल में लंच बॉक्स लाना मना है। सरकार ने जूनियर कक्षाओं और कक्षा 9 से 12 के लिए चार घंटे की अवधि निर्धारित की है, लेकिन पांच से छह घंटे स्कूल आने-जाने सहित घर के बाहर बिता रहे हैं। बच्चों के लिए इतने लंबे समय तक खाली पेट रहना मुश्किल हो गया है। विशेषज्ञ सुबह के समय अच्छी डाइट लेने की सलाह देते हैं, लेकिन हल्का खाना खाकर स्कूल जाते हैं। अभिभावकों का कहना है कि उन्हें कोविड से बचाव के उपायों के साथ लंच बॉक्स ले जाने की अनुमति दी जानी चाहिए।

तीन घंटे में कुछ लेना है जरूरी

डॉ. सुशीला तिवारी अस्पताल में कार्यरत आहार विशेषज्ञ आशा सिंह का कहना है कि लगातार पांच से छह घंटे खाली पेट रहना व्यक्ति के लिए हानिकारक होता है। स्कूली बच्चों के लिए यह ज्यादा घातक है। बच्चे सुबह के समय भारी खाना नहीं खा पाते हैं। अगर बच्चे दो से तीन घंटे में कुछ नहीं खाते हैं तो इससे शरीर में कमजोरी आ जाती है। ऊर्जा के बिना बच्चा पढ़ाई में ध्यान नहीं लगा पाएगा। उनका फोकस भूख पर रहेगा। मस्तिष्क के ठीक से काम करने के लिए ग्लूकोज भी आवश्यक है।

विशेषज्ञों ने सुझाई यह राय

फल या ड्राइ फ्रूट ले जा सकते हैं
इम्युनिटी बढ़ाने के लिए ढाई से तीन घंटे में कुछ लें।
हाई प्रोटीन डाइट खाने के बाद घर से बाहर निकलने की कोशिश करें
हाथों को अच्छे से सेनेटाइज कर खाना खाएं
दो से तीन घंटे से ज्यादा खाली पेट न रहें
नाश्ते में कार्बोहाइड्रेट शामिल करें
इम्युनिटी बूस्टर या विटामिन-सी टैबलेट ले सकते हैं
जानिए माता-पिता, डॉक्टर और स्कूल क्या कहते हैं

पांच से छह घंटे भूखे रहने से बच्चों की सेहत पर असर पड़ रहा है । दोपहर का लंच ले जाने की अनुमति मिले । बच्चों को दोपहर का भोजन साझा नहीं करना चाहिए, उचित स्वच्छता के बाद भोजन की अनुमति दी जानी चाहिए।

गिरीश नेवलिया, अभिभावक

ज्यादा देर तक खाली पेट रहना हानिकारक होता है। यह कई तरह से प्रभावित करता है। सैनिटाइज या दूसरे कोई उपाय कर बच्चों को दो से तीन घंटे में कुछ न कुछ लेने की अनुमति दी जानी चाहिए ।

आशा सिंह, आहार विशेषज्ञ

सरकार ने स्कूल के संचालन के लिए गाइडलाइन तय की है। इसी के तहत कक्षाएं संचालित की जा रही हैं। फिलहाल बच्चों को स्कूल में लंच बॉक्स लाने की अनुमति नहीं है।

पीएस अधिकारी, प्राचार्य शिवालिक स्कूल