लोहारी , PAHAAD NEWS TEAM

ब्यासी बांध जलविधुत परियोजना से पुर्ण रूप से प्रभावित एक मात्र जनजातीय राजस्व गांव लोहारी के काश्तकारों का धरना प्रदर्शन आज दिनांक 17-08-2021 को भी लगातार 74वें दिन भी जारी रहा जिसमें लोहारी के काश्तकारों द्वारा प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपना आक्रोश व्यक्त किया गया।

लोहारी के ग्रामीणों का कहना है कि हमारे क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि व शासन-प्रशासन के लोग अभी भी कुम्भकर्णी नींद में सो रहे हैं जिस कारण उन्हें हमारी समस्याएं ना दिखाई दे रही है और ना हि सुनाई दे रही है।

ग्रामीणो ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार ने 3-जनवरी 2017 को अपनी कैबिनेट में जमीन के बदले जमीन सम्बन्धी रेशम फ़ार्म जीवनगढ का जो प्रस्ताव पारित किया गया था उस प्रस्ताव को वर्तमान सरकार द्वारा पहले 13 जून 2017 को स्थगित किया गया तथा अब 3 वर्ष पश्चात प्रस्ताव को निरस्त कर दिया गया जिससे सरकार की मंशा पर प्रश्न उठता है कि यदि इस प्रस्ताव को निरस्त ही करना था तो पहले क्यों नहीं किया गया तथा जब पूर्ववर्ती सरकार जमीन देने की नियत से प्रस्ताव पारित कर सकती है तो वर्तमान राज्य सरकार ने उसे बहाल ना करके उल्टा उसे निरस्त कर दिया,जो कि लोहारी के काश्तकारों के अधिकारों पर गहरा आघात है।

लोहारी के ग्रामीणों की माँग है कि जब तक 3 जनवरी 2017 के कैबिनेट में पारित प्रस्ताव(मद संख्या-35) को बहाल नहीं किया जायेगा तब तक आंदोलन अनवरत जारी रहेगा।

धरना प्रदर्शन में सरदार सिंह तोमर,भाव सिंह, दिनेश तोमर,सुरेंद्र तोमर,सुखपाल,तोमर,दिनेश चौहान,इंदर सिंह,नरेश चौहान,रमेश चौहान, गजेंद्र चौहान,टीकम सिंह तोमर,रणवीर सिंह, संजय चौहान, बलवीर सिंह, बाला तोमर,सावित्री तोमर,शर्मिला तोमर,बिजमा तोमर,अनिता चौहान,सुनीता चौहान,रेखा चौहान आदि उपस्थित रहे।