हरिद्वार, PAHAAD NEWS TEAM

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कुंभ मेले को प्रतीकात्मक रूप से मनाने की अपील के बाद पांच अखाड़ों ने कुंभ के समापन की घोषणा की है। वहीं, आज महानिर्वाणी अखाड़ा की बैठक होने जा रही है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में कुंभ समाप्ति की घोषणा की जा सकती है।

पीएम मोदी की अपील के बाद निरंजनी, आनंद, जूना, अग्नि, आह्वान अखाड़ों ने कुंभ की समाप्ति की घोषणा कर दी है। वहीं, कल तीसरे सबसे बड़े अखाड़े महानिर्वाणी के पंचों की बैठक में कुंभ में रहने या समापन के बारे में निर्णय लिया जा सकता है।

महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्र पुरी का कहना है कि पीएम ने जो अपील की है। हम सभी उनका सम्मान करते हैं और वे सभी उनका अनुसरण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुंभ पंचांग की गणना के आधार पर आधारित है। जब बृहस्पति कुंभ राशि में होता है और सूर्य मेष राशि में आते है। उत्तराखंड सरकार ने 1 अप्रैल से 30 अप्रैल तक कुंभ के संबंध में एक अधिसूचना जारी की थी। कोरोना महामारी के मद्देनजर पांच संन्यासी अखाड़ों द्वारा लिया गया निर्णय उनका अपना व्यक्तिगत निर्णय है। सरकार ने अभी तक कुंभ की अधिसूचना को रद्द करने का फैसला नहीं किया है।

रवींद्र पुरी ने कहा कि सभी संत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील का समर्थन कर रहे हैं। महानिर्वाणी अखाड़ा अपनी धार्मिक परंपरा को देखते हुए कुंभ समाप्ति की घोषणा करेगा। क्योंकि हमारी धर्म ध्वजा एक मुहूर्त में ही स्थापित की जाती है और उसके विसर्जन का भी मुहूर्त होता है। कल की बैठक के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा और उसमें हमारा सहयोगी अटल अखाड़ा भी होगा।