देहरादून , PAHAAD NEWS TEAM

उत्तराखंड राज्य में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. यही कारण है कि राज्य सरकार पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने पर जोर दे रही है। इसी क्रम में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आईएचएम गढ़ी कैंट में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर मौजूद थे. वहीं इस मौके पर पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने उत्तराखंड पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विस्तार से चर्चा की.

बैठक के दौरान केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि देश -विदेश के पर्यटक प्राचीन भारत के बारे में जानने में काफी रुचि रखते हैं. ऐसे में राज्य के इनर लाइन क्षेत्रों की पहचान कर उन जगहों पर पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाया जाए। उन्होंने हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए निर्देश दिया कि इनर लाइन क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियां शुरू करने का प्रस्ताव तैयार कर पर्यटन मंत्रालय को भेजा जाए. इसके अलावा उन्होंने उत्तराखंड में सड़क, रेल और जल परिवहन के विकास कार्यों में तेजी लाने पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि पर्यटन गतिविधियों से राज्य की अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी।

वहीं इस मौके पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महाभारत, रामायण और विवेकानंद सर्किट जैसे विभिन्न सर्किटों को तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है. जबकि, अन्य सर्किटों का प्रसार करने का प्रस्ताव है। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा हो रहे हैं। इसके साथ ही दोनों मंत्री राज्य आईएचएम देहरादून को केंद्रीय आईएचएम का दर्जा देने के मामले को भी आगे बढ़ाने पर सहमत हुए।

पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि राज्य सरकार राज्य में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए तेजी से काम कर रही है. पर्यटन गतिविधियों में वृद्धि के साथ, राज्य की अर्थव्यवस्था फलफूल रही है, स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं। इनर लाइन क्षेत्रों में पर्यटन गतिविधियों के शुरू होने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ राज्य को भी इसका सीधा लाभ होगा। इसके लिए केंद्रीय रक्षा और पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया।