देहरादून, PAHAAD NEWS TEAM

राज्य में कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज्य सरकार अब शारीरिक दूरी के नियमों का सख्ती से पालन कराने की तैयारी कर रही है. सुरक्षित शारीरिक दूरी के मानक का उल्लंघन करने पर अब जुर्माने को 200 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये करने का प्रस्ताव है। अभी यह जुर्माना 100 रुपये से 500 रुपये तक है। हाल ही में हुई कैबिनेट बैठक में भी यह मुद्दा उठाया गया था, लेकिन यह अगले मंत्रिमंडल के लिए स्थगित कर दिया गया था। हालांकि छह-सात महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव और त्योहारों को देखते हुए इस प्रावधान का सख्ती से पालन कराना सरकार के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा.

राज्य में कोरोना संक्रमण को देखते हुए उत्तराखंड महामारी कोविड-19 विनियमन लागू किया गया है। इसमें कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना जरूरी है. इनमें सार्वजनिक स्थानों पर मास्क नहीं पहनने पर 100 रुपये से लेकर 500 रुपये तक का जुर्माना, शारीरिक दूरी का पालन नहीं करने और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर जुर्माना शामिल है। सरकार ने मास्क पहनने में लापरवाही को देखते हुए जुर्माना की राशि 200 रुपये से बढ़ाकर 1000 रुपये कर दी है. इसमें पहली बार बिना मास्क पकड़े पकड़े जाने पर यह जुर्माना 200 रुपये, दूसरी बार यह जुर्माना लगाया गया है. 500 रुपये और तीसरी बार और एक हजार रुपये रखा गया है ।

विशेषज्ञ फिलहाल कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की आशंका जता रहे हैं। ऐसे में शारीरिक दूरी के मानकों का पालन करना बेहद जरूरी है। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की रफ्तार धीमी होने के बाद अब इन मानकों का अनुपालन बेहद कम होता जा रहा है. इसे देखते हुए संक्रमण से बचाव के लिए शारीरिक दूरी के लिए तय जुर्माने को बढ़ाने की भी विभाग ने तैयारी कर ली है. इसके तहत पहली बार शारीरिक दूरी के मानक का उल्लंघन करने पर 200 रुपये, दूसरी बार उल्लंघन करने पर 500 रुपये और तीसरी बार 700 रुपये या इससे अधिक का प्रस्ताव किया गया है.

अनुपालन कराना आसान नहीं होगा

राज्य में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं और इसको लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों की बैठकें और रैलियां शुरू हो गई हैं. आने वाले महीनों में कई त्योहार हैं। बाजारों में भी काफी भीड़ रहती है। ऐसे में शारीरिक दूरी के नियम का पालन कराना किसी चुनौती से कम नहीं होगा।