उत्तरकाशी , पहाड़ न्यूज टीम

सीमांत जिले उत्तरकाशी में कूड़ा निस्तारण की समस्या थमने का नाम नहीं ले रही है. इससे पहले भी डंपिंग जोन को लेकर कई बार विरोध हो चुका है, लेकिन आज तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया है. अब गंगोत्री हाईवे पर तांबाखानी टनल के बाहर कचरा डाला जा रहा है. जिससे लोगों को दुर्गंध की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। जिससे गुस्साए लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया।

दरअसल, उत्तरकाशी में कूड़ा निस्तारण का ठोस समाधान अभी तक नहीं निकल पाया है। इससे पहले भी यह कचरा तेखला में डंप किया जा रहा था। जहां से भागीरथी में कचरा गिर रहा था. जिसका संज्ञान एनजीटी यानी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने लिया। जिसके बाद मामला नैनीताल हाईकोर्ट तक पहुंच गया। जहां से इस कचरा डंपिंग पर रोक लगा दी गई थी। कोर्ट ने सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स 2016 के प्रावधानों का पालन करने को कहा था।

इसके बाद कंसेण और तिलोथ में भी डंपिंग जोन बनाने का प्रयास किया गया, लेकिन ग्रामीणों और स्थानीय लोगों के भारी विरोध के बाद भी इन जगहों पर डंपिंग जोन नहीं बनाए गए. अब शहर का कचरा तांबाखानी टनल के पास डंप किया जा रहा है. जिसका विरोध शुरू हो गया है। इस डंपिंग जोन को लेकर कांग्रेस पहले ही प्रदर्शन कर चुकी है। बीते दिन भी अंबेडकर नगर और तांबाखानी टनल से सटे आसपास के दुकानदारों ने कूड़ा डंपिंग जोन के खिलाफ प्रदर्शन किया.
इस दौरान महिलाओं, बच्चों व युवाओं ने 10 मिनट तक टनल के बाहर नगर पालिका व जिला प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाए. जिससे टनल के अंदर लंबा जाम लग गया। जाम को देखते हुए पुलिस ने बमुश्किल प्रदर्शनकारियों को हटाया और जाम खुलवाया। वहीं मौके पर पहुंचे एसडीएम चतर सिंह चौहान ने प्रदर्शनकारियों को जाम न लगाने की सलाह दी.

भागीरथी में जा रहा कचरा : प्रदर्शनकारियों का कहना है कि इस कूड़े से आसपास के इलाकों में दुर्गंध फैल रही है. गर्मी के मौसम में मक्खियां और मच्छर आ रहे हैं। साथ ही बच्चे भी बीमार हो रहे हैं। यहां से कचरा गिरकर भागीरथी (गंगा नदी) में जा रहा है। जिस पर किसी का ध्यान नहीं जाता। इन दिनों चारधाम यात्रा भी चल रही है। टनल के अंदर की दुर्गंध से हर कोई परेशान है। ऐसे में जल्द से जल्द कूड़ा निस्तारण की व्यवस्था की जाए।