विकासनगर : भारी बारिश के कारण देहरादून जिले के पछवादून में 31 नहरें और बाढ़ सुरक्षा कार्य धराशायी हो गए. शीशमबाड़ा इलाके में 17 झोपड़ियों को खाली करा लिया गया है और पुल के नीचे रहने वाले 90 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

इस दौरान तहसील प्रशासन की ओर से लोगों के खाने-पीने की व्यवस्था की गयी. एसडीएम विकासनगर विनोद कुमार व तहसीलदार मुकेश रमोला ने टीम के साथ पूरे इलाके का भ्रमण कर बारिश से हुए नुकसान का जायजा लिया.

विकासनगर के अंतर्गत कई स्थानों पर भारी क्षति

क्षेत्र में शुक्रवार देर शाम से हो रही मूसलाधार बारिश से तहसील विकासनगर अंतर्गत कई जगहों पर भारी नुकसान हुआ है. क्षेत्रीय राजस्व उपनिरीक्षक झाझरा ने एसडीएम को बताया कि मौजा सुद्धोवाला में पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे टिकुला भवानी मंदिर रोड का एक हिस्सा पानी की अधिकता से क्षतिग्रस्त हो गया है.

सड़क के बायीं ओर और नदी के किनारे सुरक्षा घेरा पूरी तरह टूट गया। जिससे सड़क चौपहिया वाहनों के आवागमन के लायक नहीं हो पाई है। बारिश के कारण ग्राम पंचायत जीवनगढ़ के वार्ड नं. 14 शिवपुरी में आवासीय घरों में पानी घुसने से घरों का सामान क्षतिग्रस्त हो गया. चारों तरफ आवासीय मकान बनने से पानी की निकासी में समस्या आ रही थी। जिस पर एसडीएम ने सिंचाई विभाग को अंडरग्राउंड पाइप से पानी निकासी के निर्देश दिए.

बारिश के कारण मौजा सुद्धोवाला स्थित बीएफआईटी कॉलेज के पीछे बारिश के पानी के तेज बहाव से नदी किनारे की सुरक्षा दीवार टूट गई. जिससे नदी किनारे पक्की सड़क के क्षतिग्रस्त होने का भी खतरा पैदा हो गया है। ग्राम मेहंवाला खालसा में अत्यधिक वर्षा के कारण 17 प्रभावित ग्रामीणों की फसल को नुकसान पहुंचा है।

राजस्व उप निरीक्षक की जांच में फसलों को 33 प्रतिशत से कम नुकसान का आंकलन किया गया है. इसके अलावा पालिका क्षेत्र की सिनेमा गली, बाबूगढ़ चुंगी, पश्चिमवाला व संगम विहार भोजावाला तप्पड़ में हिमाचल भवन से सटे इलाके में भारी जलभराव से लोग घरों में कैद हो गए.

टौंस नदी पुल के नीचे रह रहे लोगों को बचाया

अत्यधिक बारिश के कारण तहसील विकासनगर अंतर्गत 31 नहरें एवं बाढ़ सुरक्षा कार्य क्षतिग्रस्त हो गये हैं. सिंचाई प्रखंड विकासनगर के अधिशासी अभियंता आरएस गुसाईं ने क्षेत्र का दौरा कर नुकसान की रिपोर्ट तहसील प्रशासन को सौंपी.

एसडीएम विकासनगर विनोद कुमार ने बताया कि विकासनगर तहसील के मौजा गुजराड़ा कर्णपुर के माजरा जमुंवाला में नून नदी टूटने से नदी किनारे स्थित हनुमान मंदिर का सुरक्षा घेरा टूट गया, जिससे मंदिर पर खतरा बढ़ गया है.

वहीं, मौजा कोल्हू में टौंस नदी में जलस्तर बढ़ने पर नदी पुल के नीचे रहने वाले करीब 90 लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया. तहसील प्रशासन ने इन लोगों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था की है.

रात में तहसील प्रशासन को सूचना मिली कि मौजा कोल्हूपानी में टोंस नदी का जलस्तर बढ़ने से पुल के नीचे रहने वाले 80-90 बेघर लोगों के जीवन पर खतरा मंडरा रहा है.

रात में शीशमबाड़ा में नदी का जलस्तर बढ़ने से तहसील प्रशासन ने नदी के किनारे स्थित कुल 17 झोपड़ियों के निवासियों को बोक्सा आदिवासी स्कूल में स्थानांतरित कर दिया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर के निर्देश पर पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमों ने नदी के किनारे स्थित बस्तियों में जाकर उन्हें नदियों और नालों के पास न जाने की हिदायत दी.

प्रेमनगर पुलिस ने विकासनगर तहसील के अंतर्गत नदी का जलस्तर बढ़ने से नंदा की चौकी पुल के नीचे फंसे 12 से 13 लोगों को बचाया. कोतवाली विकासनगर की पुलिस ने ढकरानी, डाकपत्थर व कुल्हाल इलाकों में नदी किनारे रहने वाले 30 से 40 परिवारों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.

थाना सहसपुर की पुलिस ने नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए वहां रहने वाले 25 से 30 लोगों को चोई बस्ती, लांघा रोड व नदी किनारे स्थित अन्य क्षेत्रों से सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है.

बिजली लाइन क्षतिग्रस्त

भारी बारिश के कारण कई जगहों पर बिजली के तार क्षतिग्रस्त हो गए हैं। नदियों के 15 खम्भे बह गए। एसडीएम के अनुसार 33 केवी लाइन चकराता, 33 केवी लाइन सहसपुर, 11 केवी लाइन सभावाला, 11 केवी तिलवाड़ी फीडर, 11 केवी लाइन सहसपुर को नदियों के ओवरफ्लो और बारिश से काफी नुकसान हुआ है.

फिलहाल ऊर्जा निगम ने प्रशासन से 10-15 बिजली के पोल व एक ट्रांसफार्मर की मांग की है। साथ ही जगह-जगह का दौरा कर नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। बारिश के कारण 11 केवी लंघा और 33 केवी नागथात फीडर भी क्षतिग्रस्त हो गया है।