रोजमर्रा की जिंदगी में आप कई तरह की शारीरिक गतिविधीयों में लगे रहते हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों को पता नहीं होता कि वे शारीरिक गतिविधियां आखिर होती क्यों है. उबासी आना भी इन्हीं गतिविधीयों का एक हिस्सा है. उबासी अक्सर नींद पूरी ना होने, नींद ज्यादा आने और थके होने की वजह से आती है. दरअसल दिनभर में इंसान 5 से 18 बार तक उबासी ले सकता है और यह एक आम सी बात भी है. जब भी हमारे शरीर को ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत होती है या यूं कहें कि जब शरीर में ऑक्सीजन की कमी होती है तो हमारा शरीर भारी मात्रा में ऑक्सीजन को खींचने की कोशिश करता है जिसके कारण हमें उबासी आती है।

उबासी आने के सामान्य कारण
* ज्यादा थकान होने से उबासी का आना एक दम आम बात है

* रात की नींद पूरी ना होने पर उबासी आना भी नॉर्मल है

* दिनभर आलस और सुस्ती की वजह से भी उबासी आ जाती है

* कई बार समय से पहले नींद खुल जाने पर भी उबासी आना नॉर्मल माना जाता है

सामान्य नहीं है ज्यादा उबासी का आना
अब अगर आपको दिनभर उबासी आती रहती है तो यह एक अच्छा संकेत नहीं है. ज्यादा उबासी आना किसी बीमारी की ओर इशारा भी हो सकता है. दरअसल ज्यादा उबासी आना हमारे शरीर में पल रही किसी बीमारी का संकेत हो सकता है और इससे कई गंभीर बीमारियों की शुरुआत हो सकती है. दिन के किसी भी वक्त मुंह खोल कर उबासी लेना किन बीमारीयों की शुरुआत हो सकती है आइए जानते हैं-

स्लीप एप्निया
यह एक तरह की बीमारी है जिसमें रात को सोते समय कई बार सांस रुक जाती है, जिसकी वजह से नींद में खलल पड़ता है और दिनभर उबासी आती रहती है।

नार्कोलेप्सी
नार्कोलेप्सी नींद से जुड़ी समस्या है, जिसमें इंसान को बहुत ज्यादा नींद आती है और वह कहीं भी सो जाता है. दिनभर नींद आने की वजह से इंसान को थकान महसूस होती है और वह दिनभर उबासी लेता रहता है।

इंसोमेनिया
इंसोमेनिया भी उपरोक्त बीमारियों की तरह ही नींद से जुड़ी बीमारी है. इस बीमारी में इंसान को रातभर नींद नहीं आती है और अगर नींद लगने की वजह से बीच में टूट जाए तो दोबारा नींद आना मुश्किल हो जाता है, जिसकी वजह से इंसान काफी थका हुआ महसूस करता है और उसे दिनभर उबासी आती रहती है।

डायबिटीज
डायबिटीज में भी उबासी आना आम होता है. शरीर में ग्लूकोज की कमी हो जाने के कारण हाइपोग्लाइसीमिया का शिकार हो जाने से उबासी आती है।

दिल की बीमारी
अगर नींद पूरी होने के बाद भी आपको उबासी आ रही है तो तो यह दिल की बीमारी का संकेत भी हो सकता है।