दिल्ली के जंतर मंतर पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों का धरना नौवें दिन भी जारी है. जैसे-जैसे पहलवानों की हड़ताल बढ़ रही है, हड़ताली पहलवानों को अन्य खिलाड़ियों और राजनेताओं का समर्थन मिल रहा है।

सोमवार को उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू पहलवानों के समर्थन में धरना स्थल पहुंचे, जहां उन्होंने धरने पर बैठी महिला पहलवानों सहित पहलवानों से बात की और सरकार से पहलवानों के साथ न्याय करने की मांग की.

दिल्ली पुलिस ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष व भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने वाली किशोरी समेत सात महिला पहलवानों को पुलिस सुरक्षा मुहैया करा दी गई है। उनकी सुरक्षा के लिए नई दिल्ली जिले से एक-एक सिपाही को लगाया गया है। इनकी ड्यूटी 12-12 घंटे की होगी।

अपनी मांगों को लेकर 23 अप्रैल को फिर से हड़ताल पर गए पहलवानों को इस बार देश भर के राजनीतिक दलों का समर्थन मिल रहा है. उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नवजोत सिंह सिद्धू से पहले दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, आतिशी, सौरभ भारद्वाज, पूर्व राज्यपाल सतपाल मलिक, प्रियंका गांधी, जयंत चौधरी,दीपेंद्र हुड्डा समेत सभी राजनीतिक दलों के बड़े नेता धरना स्थल पर पहुंचे थे।

महिला मोर्चा अध्यक्ष गीता कुमाई की अध्यक्षता में मसूरी में राज्य आंदोलनकारियों और शहीदों के परिवारों को सम्मानित किया गया