देहरादून: धामी सरकार चमोली के एसटीपी प्लांट में हुए हादसे के बाद गंभीर नजर आ रही है. उत्तराखंड सरकार ने चमोली में अलकनंदा के किनारे एसटीपी प्लांट में करंट लगने से हुए हादसे के बाद राज्य के एसटीपी प्लांट की जांच के आदेश दिए हैं। फिलहाल उत्तराखंड सरकार ने 63 सीवेज ट्रीटमेंट प्लांटों का निरीक्षण करने का फैसला किया है. पेयजल सचिव अरविंद सिंह ह्यांकी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। विद्युत सुरक्षा विभाग राज्य के सभी ट्रीटमेंट प्लांटों का निरीक्षण करेगा.

चमोली एसटीपी प्लांट में बड़ा हादसा: 19 जुलाई को उत्तराखंड के चमोली जिले में हुए हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में करंट लगने से 16 लोगों की जान चली गई. करंट लगने से 11 लोग बुरी तरह झुलस गए. इसके बाद देहरादून से लेकर दिल्ली तक हंगामा मच गया.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत तमाम बड़े नेताओं ने चमोली हादसे पर दुख जताया है. गृह मंत्री अमित शाह ने हालात जानने के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को फोन किया।

सीएम धामी खुद पहुंचे थे चमोली: इस हादसे के बाद सीएम धामी 19 जुलाई को ही चमोली दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो गए थे. लेकिन खराब मौसम के कारण उनके हेलीकॉप्टर को वापस लौटना पड़ा. फिर अगले दिन सीएम धामी चमोली पहुंचे. वहां उन्होंने हादसे में मारे गए होम गार्ड जवानों को श्रद्धांजलि दी. गोपेश्वर के जिला अस्पताल में भर्ती झुलसे लोगों से मिले थे . मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर सांत्वना दी.

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