आईआईटी रूड़की में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी)-2020 के अनुसार संशोधित स्नातक पाठ्यक्रम फ्रेशर्स के लिए 1 अगस्त से लागू होगा। अब संस्थान पीजी कोर्सेज में भी नई नीति लागू करने की तैयारी में जुट गया है।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन के उपलक्ष्य में सोमवार को संस्थान के सीनेट हॉल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। संस्थान निदेशक प्रो. केके पंत ने कहा कि तेजी से बदलते रोजगार परिदृश्य और वैश्विक पारिस्थितिकी तंत्र के कारण शिक्षा के प्रति दृष्टिकोण में बदलाव की आवश्यकता है। एनईपी के अनुसार संशोधित स्नातक पाठ्यक्रम छात्रों को कौशल विकास और उद्यमिता पर जोर देने के साथ कई और समग्र सीखने के अवसर प्रदान करेगा।

पाठ्यक्रम संशोधन दर्शन “स्टेप्स” (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, उद्यमिता, परियोजना-आधारित शिक्षा और सामाजिक जुड़ाव) पर आधारित है। इसके तहत जहां संस्थान अपने छात्रों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी अत्याधुनिक तकनीकों में अनिवार्य पाठ्यक्रम प्रदान करता है। वह छात्रों को “भारतीय ज्ञान प्रणाली” पर पाठ्यक्रम भी पढ़ाएंगे।

इसके अलावा सामुदायिक आउटरीच पाठ्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को समाज से जोड़ा जाएगा। नया पाठ्यक्रम एक लंबी और कठोर परामर्श प्रक्रिया और विशेषज्ञों और हितधारकों के साथ विचार-मंथन सत्रों के माध्यम से तैयार किया गया है।

नए पाठ्यक्रम में, सभी कार्यक्रमों में छात्र भौतिकी, गणित और कंप्यूटर प्रोग्रामिंग का अध्ययन करेंगे, इसके अलावा सॉफ्ट स्किल्स, टिंकरिंग और मेंटरिंग, डेटा साइंस, भारतीय ज्ञान प्रणाली, पर्यावरण विज्ञान और स्थिरता और सामुदायिक आउटरीच के पाठ्यक्रम भी पढ़ेंगे। छात्रों को उद्योग के सहयोग से पेशेवर कौशल विकसित करने में भी सक्षम बनाया जाएगा।इसके अलावा संस्थान ने अन्य प्रतिष्ठित संस्थानों से क्रेडिट ट्रांसफर, यूजी, मास्टर्स एवं पीएचडी छात्रों के लिए सेमेस्टर एक्सचेंज प्रोग्राम, वैश्विक भागीदारों के साथ संयुक्त और दोहरी उपाधि कार्यक्रम के प्रावधान बनाए हैं।

एनआईटी उत्तराखंड के निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने बहु-विषयक दृष्टिकोण अपनाते हुए छात्रों के बीच नवाचार और अनुसंधान की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए संस्थान की पहल पर चर्चा की। उन्होंने एनईपी के मूल सिद्धांतों के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए संस्थान की प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने शिक्षा, उद्योग और सरकार सहित विभिन्न क्षेत्रों से हाथ मिलाने और संसाधनों को एकत्रित करने के महत्व पर जोर दिया।

दीक्षांत समारोह में 1916 छात्र-छात्राओं को डिग्री मिलेगी
प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि आईआईटी का दीक्षांत समारोह 28 जुलाई को होगा. बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष बीवीआर मोहन रेड्डी की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में बॉश ग्लोबल सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजीज के सीईओ, अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, दत्तात्रि सालाग्मे मुख्य अतिथि होंगे। जिसमें ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी के कुल 1916 छात्रों को डिग्री दी जाएगी.

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