रूद्रप्रयाग,

28 सितम्बर को रुद्रप्रयाग के गहड़ गांव में घर के आंगन में खेल रही तीन वर्षीय बच्ची को अपना निवाला बनाने वाला गुलदार आखिकार पिंजरे में कैद हो ही गया। वन विभाग द्वारा घटना के बाद से गांव में पिंजरे लगाकर गुलदार पर कैमरों के जरिये नजर रखी जा रही थी जिसके बाद वन विभाग द्वारा लगाये गये पिंजरे में गुलदार फंस ही गया। गुलदार के पकड़े जाने के बाद गांव वालों ने राहत की सांस ली है।
बीती 28 सितम्बर की शाम एक तीन वर्षीय बच्ची का शिकार करने वाला आदमखोर गुलदार आखिरकार पिंजरे में कैद हो गया है। गुलदार को वन विभाग की टीम गांव से डीएफओ कार्यालय रुद्रप्रयाग लाई है। गुलदार की उम्र लगभग नौ से दस वर्ष बतायी जा रही है और यह मादा गुलदार है। गांव में लगाये गये कैमरों और ग्रामीणों के अनुसार यह वही गुलदार है, जिसने घर के आंगन में खेल रही बच्ची को अपना निवाला बना दिया था।
बता दें कि 28 सितम्बर को जनपद के गहड़खाल गांव में सांय लगभग साढ़े पांच बजे के करीब एक तीन वर्षीय बच्ची अपनी दादी के साथ घर के आंगन में खेल रही थी। इस दौरान अचानक गुलदार आया और बच्ची को उठा ले गया। ग्रामीणों के शोरकृशराबे के बाद गुलदार ने बच्ची को गांव से लगभग तीन सौ मीटर दूर छोड़ दिया। बच्ची के गले में दोनों ओर से गुलदार के दांतों और नाखुनों के निशान थे और बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई थी। घटना के बाद वन विभाग की टीम ने गांव में जगहकृजगह चार पिंजरे लगा दिये थे और सीसीटीवी और ड्रोन कैमरे की मदद से गुलदार पर नजर रखी जा रही थी। इस बीच गुलदार कई बार गांव में आ रहा था। ग्रामीणों ने भी कई बार गुलदार को देखा। आज सुबह पांच बजे के करीब गुलदार आखिरकार पिंजरे में कैद हो गया।
क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य नरेन्द्र सिंह बिष्ट ने बताया कि जब से गुलदार ने बच्ची को निवाला बनाया था, तब से लेकर अब तक गांव और आसकृपास के क्षेत्र में दहशत का माहौल था। ग्रामीण सांय होते ही घरों में दुबक रहे थे। गुलदार आये दिन घटना वाले स्थान पर धमक रहा था। उन्होंने कहा कि मेडिकल जांच के बाद ही स्पष्ट पता चल पायेगा कि यह वही गुलदार है या कोई और। वन क्षेत्राधिकारी दिनेश चन्द्र जोशी ने बताया कि घटना के बाद से गुलदार पर वन विभाग की टीम द्वारा लगातार नजर रखी जा रही थी। यह गुलदार घटना के बाद से कई बार गांव सहित घटना वाले स्थान पर धमक रहा था। सीसीटीवी सहित ड्रोन कैमरे के जरिये गुलदार पर निगरानी रखी जा रही थी। यह वही गुलदार है, जिसने बच्ची का शिकार किया था। फिलहाल गुलदार पकड़ने जाने के बाद गांव वालों ने राहत की सांस ली है।