नई दिल्ली : आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ली. शपथ ग्रहण समारोह संसद के सेंट्रल हॉल में हुआ। इस मौके पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई वरिष्ठ नेता और हस्तियां मौजूद रहीं। मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना ने मुर्मू को पद की शपथ दिलाई गई।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ ग्रहण के बाद संबोधन की शुरुआत जोहार ! नमस्कार ! से कीं ! उन्होंने कहा, “मैं भारत के सभी नागरिकों के अधिकारों और आकांक्षाओं के प्रतीक इस पवित्र संसद से सभी देशवासियों का पूरी विनम्रता से नम्रतापूर्वक अभिनंदन करती हूं। आपकी आत्मीयता, विश्वास और आपका सहयोग, इस नई जिम्मेदारी को पूरा करने में मुझे बहुत बड़ी ताकत होंगे। मुझे देश द्वारा राष्ट्रपति के रूप में इतने महत्वपूर्ण समय में चुना गया है, जब हम अपनी स्वतंत्रता का अमृत उत्सव मना रहे हैं। आज से कुछ दिन बाद, देश अपनी स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे करेगा .

उन्होंने कहा, “भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर निर्वाचित होने के लिए मैं सभी सांसदों और विधान सभा के सभी सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं। आपका वोट देश के करोड़ों नागरिकों के विश्वास की अभिव्यक्ति है।

शपथ ग्रहण समारोह सुबह करीब 10.15 बजे संसद के सेंट्रल हॉल में हुआ। मुर्मू का राष्ट्रपति बनना कई मायनों में एक ऐतिहासिक अवसर है। वह देश की 15वीं और पहली आदिवासी राष्ट्रपति बनीं। वहीं, आजादी के 75वें साल में द्रौपदी मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति बनी हैं।

मसूरी : सड़क किनारे खडी चार स्कूटियां भारी बारिश से बही, कैम्पटी फाॅल भी उफान पर