देहरादून: उत्तराखंड में इन दिनों ‘लव जिहाद’ और ‘लैंड जिहाद’ को लेकर बवाल मचा हुआ है. हालांकि उत्तराखंड की धामी सरकार ने साफ कर दिया है कि सरकारी संपत्तियों पर अतिक्रमण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इतना ही नहीं पिछले कुछ दिनों से राज्य में कथित ‘लव जिहाद’ के मामले सामने आ रहे हैं. प्रदेश में कथित ‘लव जिहाद’ के बढ़ते मामले को देखते हुए 15 जून को पुरोला में महापंचायत का ऐलान किया गया है.

उत्तराखंड में पिछले 10 दिनों में एक तरफ लव जिहाद के कई मामले सामने आ चुके हैं. हालांकि देवभूमि उत्तराखंड में लगातार बढ़ रहे लव जिहाद के मुद्दे पर सरकार सख्त नजर आ रही है. इस मामले में सख्त कार्रवाई की गई है। उत्तरकाशी जिले का पुरोला इलाका लव जिहाद का सबसे चर्चित इलाका है. क्योंकि पिछले दिनों पुरोला क्षेत्र में लव जिहाद का मामला सामने आने के बाद स्थानीय व्यवसायी और हिंदू संगठन काफी आक्रोशित नजर आ रहे हैं.

देशभर में पुरोला बहस : हिंदू संगठनों ने मुस्लिम समुदाय के लोगों को 15 जून तक दुकानें खाली करने की चेतावनी दी है. हालांकि, पुरोला इलाके में मुस्लिम समुदाय के कई लोगों ने अपनी दुकानें छोड़ दी हैं. इसके साथ ही 15 जून को पुरोला क्षेत्र में महापंचायत बुलाई गई है। इसीलिए पुरोला और महापंचायत का आदेश पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है.

इस बीच, देहरादून में मुस्लिम समुदाय द्वारा महापंचायत की सुगबुगाहट भी तेज हो गई है। मुस्लिम समुदाय के देहरादून में 18 जून को महापंचायत आयोजित करने की संभावना है।

लोगों से करेंगे बात : देहरादून के एसएसपी दलीप सिंह कुंवर का कहना है कि 18 जून को देहरादून में मुस्लिम समुदाय की ओर से महापंचायत बुलाने का मामला सामने आया है. ऐसे में हम इन लोगों को जल्द ही कॉल करेंगे और उनसे बात करेंगे। हम उनकी समस्याओं को सुनने के साथ ही उन्हें समझाएंगे। ऐसे में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसे लेकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करेगी।

प्रशासन को सख्त कार्रवाई के आदेश : दूसरी ओर महापंचायत के लव जिहाद को लेकर पूछे गए सवाल पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उन्होंने सभी से कहा है कि कानून व्यवस्था अपने हाथ में न लें. हालांकि, राज्य में हो रहे जनसांख्यिकीय परिवर्तन या जिसके कारण राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ रही है, इसकी जानकारी सरकार और पुलिस प्रशासन को देना आवश्यक है।कानून अपना काम कर रहा है ऐसे में अगर कोई दोषी है तो उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.

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