ऋषिकेश: उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव 2023 की ऋषिकेश में गंगा तट पर भव्य तरीके से शुरूआत हो गई है. योग महोत्सव में देश-विदेश के योग साधक भाग ले रहे हैं। देश के जाने-माने योगाचार्य योग साधकों का मार्गदर्शन करेंगे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, वन मंत्री सुबोध उनियाल, कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, मेयर अनीता ममगाई, नगर पालिका अध्यक्ष मुनिकीरेती रोशन रतूड़ी ने बुधवार को संयुक्त रूप से मुनिकीरेती स्थित गंगा रिजल्ट के निकट योगा घाट पर अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का उद्घाटन किया.

इस अवसर पर प्रसिद्ध योगाचार्य पद्मश्री शिवानंद तथा पद्मभूषण रजनीकांत भी उपस्थित थे। योग महोत्सव का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि उत्तराखंड योग, ध्यान और अध्यात्म के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की प्रतिभाओं को आज वैश्विक पटल पर सम्मानित किया जा रहा है।यह हम सबके लिए सम्मान की बात है। उन्होंने कहा कि कोविड काल में हम सभी ने योग के महत्व को भली-भांति अनुभव किया है। कोविड काल में योग और आयुष ने ही हम सभी को इस महामारी का डटकर मुकाबला करने का हौसला दिया।

उन्होंने आगे कहा कि शारीरिक और मानसिक शांति के लिए योग सबसे महत्वपूर्ण तरीका है। उन्होंने योग को सीखने, जानने, ग्रहण करने और जीवन में आत्मसात करने का आव्हान किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि गंगा तट पर योग का बहुत महत्व है। ऋषियों ने गंगा के तट पर योग की अनेक विधियों को प्राप्त किया और मानव जाति के कल्याण के लिए योग की शुरुआत की।

उन्होंने कहा कि योग पद्धति हमारी प्राचीन संस्कृति की पद्धति है। यह न तो प्राचीन है और न ही नवीन। बल्कि यह हमारे जीवन के साथ-साथ हमारी सभ्यता के साथ चलती आई है। उन्होंने ऋषिकेश को प्राकृतिक सौन्दर्य की अनुपम देन बताते हुए कहा कि ऋषिकेश को योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी के रूप में जाना जाता है।

आने वाले दिनों में दो जी-20 सम्मेलन ऋषिकेश में होने वाले हैं।यह हमारे लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि यहां से जी-20 सम्मेलन से अलग संदेश पूरी दुनिया में जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले साल की चार धाम यात्रा हमारे लिए एक बड़ी चुनौती थी। इस वर्ष भी चारधाम यात्रा में अधिक संख्या में तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है, जिसके लिए सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है.

उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम के लिए अब तक डेढ़ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करा लिया है। जबकि गढ़वाल मंडल विकास निगम को चार करोड़ से अधिक की एडवांस बुकिंग मिली है जो एक अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि सरकार पिछले साल की कमियों से सबक लेते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए इस साल बेहतर काम करेगी.

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