हल्द्वानी , PAHAAD NEWS TEAM

नैनीताल जिले की 42 हजार इकाई पर खाद्यान्न का संकट मंडरा गया है. इसके दायरे में आने वाले करीब दस हजार परिवारों ने अभी तक यूनिट को आधार नंबर से सत्यापन नहीं कराया है। ऐसे लोगों को अंतिम चेतावनी देते हुए आपूर्ति विभाग ने 12 अगस्त तक आधार का सत्यापन कराने को कहा है. इसके बाद जो लोग राशन कार्ड को आधार से लिंक नहीं करेंगे, सरकारी सस्ते राशन से वंचित हो जाएंगे .

राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत प्राथमिक परिवारों (सफेद कार्ड) और अंत्योदय (लाल कार्ड ) परिवारों को हर महीने सस्ती दरों पर राशन उपलब्ध कराया जाता है। जिले में 5.03 लाख प्राथमिक इकाइयां हैं। जबकि अंत्योदय इकाइयों की संख्या 67 हजार है। अब तक जिले में 92 प्रतिशत इकाइयों का ही फोटो और आधार के माध्यम से सत्यापन किया गया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार जिले में 42 हजार इकाइयों का सत्यापन नहीं हो पाया है। फर्जी राशन कार्ड पकड़ने के लिए आधार सत्यापन पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। आधार से सत्यापित नहीं होने पर ऐसे राशन कार्ड को रद्द कर दिया जाएगा।

इस तरह वेरिफिकेशन की पहचान करें

इसका पता आप सस्ते गल्ला की उस दुकान से लगा सकते हैं जहां से आप अपना राशन ले रहे हैं। ऑनलाइन स्टेटस देखने के बाद गल्ला विक्रेता आपको आधार वेरिफिकेशन की जानकारी देगा। परिवार के सभी सदस्यों के नाम के आगे हरे रंग से सही का निशान होने पर वह सत्यापित है । नाम के आगे क्रॉस का निशान सत्यापित न होने का प्रमाण है।

किसको कितना राशन मिलता है

एनएफएसए के तहत प्राथमिक परिवारों को एक यूनिट के आधार पर राशन मिलता है। हर महीने 1.9 किलो गेहूं और 3.1 किलो चावल (कुल पांच किलो) राशन प्रति यूनिट दिया जाता है। अंत्योदय पर प्रति राशन कार्ड पर 13.3 किलो गेहूं और 21.7 किलो चावल (कुल 35 किलो) मिलता है।

आपूर्ति निरीक्षक रवि सनवाल ने बताया कि प्राथमिक एवं अंत्योदय परिवारों को 12 अगस्त तक इकाई का आधार सत्यापन कराने के निर्देश प्राप्त हो गये हैं. जो राशनकार्ड रह जाते हैं उन्हें ऑनलाइन प्रणाली रद्द मानेगी. इससे गलत दस्तावेजों के आधार पर बने राशन कार्ड की पहचान हो जाएगी ।