पूर्व भारतीय क्रिकेटर, अभिनेता और युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह आज (शनिवार) अपना 65वां जन्मदिन मना रहे हैं। योगराज सिंह को ज्यादातर लोग भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के अपशब्दों के लिए जानते हैं। हालाँकि, योगराज भी अपने अभिनय के माध्यम से भी घर-घर पहचाना जाता हैं। योगराज अक्सर अपने भड़काऊ बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं।उनका पूरा नाम योगराज सिंह भाग सिंह भुंदेल है। भारतीय क्रिकेट टीम को लगभग 8 साल देने के बाद उन्होंने मनोरंजन उद्योग की ओर रुख किया। वह इन दिनों सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को क्रिकेट की बारीकियां सिखाते नजर आ रहे हैं.

क्रिकेट करियर छोटा था

योगराज सिंह का जन्म 25 मार्च 1958 को लुधियाना, पंजाब में हुआ था। उनका मन हमेशा खेलों में ही लगा रहता था, इसीलिए उन्होंने 1976-77 में घरेलू क्रिकेट में प्रवेश किया, लेकिन उनका करियर बहुत जल्द समाप्त हो गया। योगराज सिंह को ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ 1980-81 की श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था, जहां उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था।वह दाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज थे। चोटों के कारण उनका क्रिकेट करियर ज्यादा लंबा नहीं चला और उन्होंने 1984-85 में क्रिकेट से संन्यास ले लिया।

पंजाबी फिल्म उद्योग में प्रवेश किया

क्रिकेट छोड़ने के बाद उन्होंने पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा और अब तक कई फिल्मों और टीवी सीरियल्स में काम कर चुके हैं। उन्होंने एक बार आरोप लगाया था कि धोनी की वजह से उनके बेटे युवराज सिंह का करियर लंबा नहीं चल सका। आपको जानकर हैरानी होगी कि योगराज को 2014 में पार्किंग विवाद में गिरफ्तार भी किया गया था।युवराज सिंह जब छोटे थे तब उनके पिता योगराज ने अपनी पहली पत्नी शबनम को तलाक दे दिया था। शबनम से अलग होने के बाद उन्होंने पंजाबी एक्ट्रेस नीना बुंदेल से शादी की। शबनम से तलाक लेने की वजह बताते हुए योगराज ने कहा कि उनके विचार काफी आधुनिक हैं। हमारे विचार मेल नहीं खाते।

योगराज ने दो बार शादी की

युवराज सिंह का एक छोटा भाई जोरावर सिंह भी है। दोनों शबनम के बेटे हैं। दूसरी पत्नी नीना से योगराज के दो बच्चे विक्टर और अमरजीत कौर थे। युवराज के अपने सौतेले भाई-बहनों से अच्छे संबंध हैं। जोरावर भी अपने पिता की तरह फिल्मी दुनिया में सक्रिय हैं।युवराज सिंह को ‘सिक्सर किंग’ बनाने के पीछे योगराज सिंह की कड़ी मेहनत है. युवराज अपने पिता से नफरत करते थे। दरअसल युवराज सिंह को क्रिकेट खेलना पसंद नहीं था और योगराज उन्हें क्रिकेटर बनाना चाहते थे। युवराज ने एक बार कहा था, ‘मेरे पिता ने मेरे साथ जो किया, कोई भी अपने बच्चे के साथ न करे तो ही अच्छा है …’

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